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संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण   (Vatican Media)

संत पेत्रुस महागिरजाघर ने 2025 जयंती से पहले उदार परियोजनाओं का अनावरण किया

जैसा कि रोम में आगामी 2025 जयंती वर्ष के लिए तैयारी जारी है, संत पेत्रुस महागिरजाघर ने दो नई उदार परियोजनाओं की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य शरणार्थियों और कैदियों की मदद करना है।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बुधवार 06 दिसंबर 2023 : 2025 जयंती वर्ष के लिए 30 मिलियन से अधिक तीर्थयात्रियों के रोम पहुंचने की उम्मीद है। शहर में तैयारी पहले से ही चल रही है, जिसमें वाटिकन न्यूज़ के कार्यालय के सामने का परिसर भी शामिल है, जहाँ एक नए पैदल यात्री क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है। इन सबके बीच, संत पेत्रुस महागिरजाघर ने जयंती के लिए अपनी कुछ तैयारियों की घोषणा की है: दो उदार परियोजनाएं जिनका उद्देश्य शरणार्थियों और जेल में बंद लोगों की मदद करना है।

परियोजनाएं

इनमें से पहली परियोजना का शीर्षक "सी रोज़रीज़" (रोजरियों का समुद्र) है और इसे हाउस ऑफ़ द स्पिरिट और आर्ट्स फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। शरणार्थी पृष्ठभूमि वाले दो व्यक्ति यूरोप पहुंचने के लिए प्रवासियों द्वारा उपयोग की जाने वाली नावों की लकड़ी से रोजरीमाला बनाने के लिए संत पेत्रुस में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, इन मालाओं के निर्माण में कुछ प्रारंभिक कार्य पूरे इटली की विभिन्न जेलों में बंद व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है।

दूसरी परियोजना ‘सेकेंड चांस एसोसिएशन’ के साथ एक सहयोग है, यह एक गैर-लाभकारी संस्था है जो कैदियों और पूर्व कैदियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए काम करती है। रोम की रेबिबिया जेल के एक कैदी को कई महीनों के लिए संत पेत्रुस महागिरजाघर में इलेक्ट्रीशियन के रूप में पूर्णकालिक नियुक्त किया गया है और वितेर्बो में मम्माजाला जेल में कैदियों को बैग बनाने का काम सौंपा गया है।

पत्रकार सम्मेलन

मंगलवार को वाटिकन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में, संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रधान पुरोहित कार्डिनल माउरो गाम्बेत्ती ने आगामी जयंती और महागिरजाघऱ की नई उदार परियोजनाओं के बीच संबंधों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि मूसा के कानून के अनुसार, मिस्र में गुलामी से यहूदी लोगों की बचने की याद में हर पचास साल में जुबली मनाई जानी थी। प्राचीन समय में जुबली में दासों को मुक्त करना, ऋणों को माफ करना और भूमि को उर्वरा बनाने के लिए उसे खाली छोड़ना शामिल था। महागिरजाघर की नई सामाजिक परियोजनाओं ने इन प्रथाओं की तरह एकजुटता की भावना और हर किसी को दूसरा मौका देने के सपने को बढ़ावा दिया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्रमशः "सेकंड चांस" एसोसिएशन और "हाउस ऑफ द स्पिरिट एंड द आर्ट्स" के संस्थापक फ्लाविया फिलिपी और अर्नोल्डो मोंदादोरी, साथ ही इटली जेलों के प्रशासन विभाग के प्रमुख जोवानी रूसो भी उपस्थित थे।

फिलिप्पी और रूसो दोनों ने सुझाव दिया कि संत पेत्रुस और सेकेंड चांस एसोसिएशन के बीच साझेदारी बढ़ती रहेगी। रूसो ने संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में एक इलेक्ट्रीशियन के रोजगार को आगे के सहयोग की दिशा में "पहला कदम" बताया।

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06 December 2023, 15:29