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कॉप-28 दुबई सम्मेलन की अन्तिम घोषणा पर हर्ष कॉप-28 दुबई सम्मेलन की अन्तिम घोषणा पर हर्ष  (AFP or licensors)

COP28 पर परमधर्मपीठीय अकादमी: और भी बहुत कुछ बाकी है

वाटिकन स्थित विज्ञान सम्बधी परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष जोआखिम फॉन ब्राऊन ने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण ह्रास पर दुबई में सम्पन्न शिखर सम्मेलन के परिणाम पर बोलते हुए कहा कि जो कुछ भी निष्कर्ष निकला है वह सराहनीय है तथापि अभी बहुत कुछ करना शेष है।

वाटिकन सिटी

दुबई, शुक्रवार, 15 दिसम्बर 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन स्थित विज्ञान सम्बधी परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष जोआखिम फॉन ब्राऊन ने वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण ह्रास पर दुबई में सम्पन्न शिखर सम्मेलन के परिणाम पर बोलते हुए कहा कि जो कुछ भी निष्कर्ष निकला है वह  सराहनीय है तथापि अभी बहुत कुछ करना शेष है।  

जोआखिम फॉन ब्राऊन ने कहा कि हालाँकि सन्त पापा फ्रांसिस व्यक्तिगत रूप से COP28 जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनके संदेश का वहाँ प्रभाव पड़ा।

200 देशों की सर्वसम्मति

संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वाधान में COP28 शिखर सम्मेलन बुधवार को समाप्त हुआ, जिसमें पहली बार जीवाश्म ईंधन से दूर वैश्विक परिवर्तन का आह्वान किया गया। 'वैश्विक स्टॉकटेक' अथवा वैश्विक निर्दिष्टकालिक हिसाब के रूप में पहचाने जानेवाले इस समझौते पर लगभग 200 देशों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की। कई लोगों ने इसे सही दिशा में एक कदम निरूपित किया है, जबकि बहुत से लोगों का कहना है कि यह दूरदर्शी नहीं है।

परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष जोआखिम फॉन ब्राऊन ने सुझाव दिया कि समझौते के कई पहलुओं के संबंध में "निराशा उचित है", जिसने अंततः कई लोगों की अपेक्षा से "नरम" रुख अपनाया है। उदाहरण के लिए, COP28 को दिये अपने संबोधन में सन्त पापा फ्रांसिस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से जीवाश्म ईंधन को 'चरणबद्ध तरीके से समाप्त' करने का आह्वान किया था, लेकिन अंतिम दस्तावेज़ में उनके उपयोग को 'चरणबद्ध रूप से कम' करने की केवल एक कमजोर प्रतिबद्धता निहित है।

सुखद रूप से आश्चर्यचकित

फॉन ब्राऊन ने कहा, यह नरम भाषा भी एक "सफलता" का प्रतिनिधित्व करती है, और मैं खुद भी अंतिम परिणाम से "सुखद रूप से आश्चर्यचकित" हूँ।

समान रूप से, जलवायु वित्तपोषण में "सुधार" की उन्होंने प्रशंसा की, तथापि, इस बात पर ज़ोर दिया कि विश्व में ग़रीबी को दूर करने तथा निर्धनों की मदद के लिए पर्याप्त काम नहीं किया गया है, जो जलवायु परिवर्तन के परिणामों को सबसे अधिक भुगतेंगे।

फॉन ब्राऊन ने इस बात को भी रेखांकित किया कि हालांकि सन्त पापा फ्रांसिस स्वास्थ्य कारणों से शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन वह "आत्मा में वहां" थे, और वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन द्वारा दिए गए उनके संदेश ने "काफी ध्यान आकर्षित किया।"



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15 December 2023, 10:55