गाऊदियुम एत स्पेस न्यास के सदस्यों से सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 14 फरवरी 2025 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने "गाऊदियुम एत स्पेस न्यास" के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि जयन्ती वर्ष हम सभी को "आशा के तीर्थयात्री" बनाता है। उन्होंने निर्धनों के पक्ष में किये जा रहे न्यास के नेक कार्यों के लिये हार्दिक आभार व्यक्त किया।
"गाऊदियुम एत स्पेस" द्वितीय वाटिकन महासभा के प्रेरितिक संविधानों में से एक है, जिसका अनुमोदन सन्त पापा पौल षष्टम ने किया था, जबकि गाऊदियुम एत स्पेस न्यास समस्त विश्व में निर्धनों और दुर्व्यवहार के शिकार लोगों के लिए सामाजिक एवं लोकोपकारी परियोजनाओं को वित्तपोषण प्रदान करता है। यह न्यास ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए भी वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है।
मसीह में बने रहें
सन्त पापा ने कहा कि निर्धनों और ज़रूरतमन्दों की मदद कर उक्त न्यास इस प्रेरितिक संविधान के सिद्धान्तों पर खरा उतरता तथा सार्वभैमिक काथलिक कलीसिया की भावना के साथ मेल खाता है, जहाँ, कुरिन्थियों एवं रोमियों को प्रेषित सन्त पौल के पत्रों के अनुसार, हम सभी येसु मसीह में एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि कलीसिया के सदस्यों के बीच यह मिलन पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से साकार होता है, जो प्रेम हैं और एकजुटता में प्रकट होते हैं, विशेष रूप से, उन लोगों में जो सबसे अधिक पीड़ित हैं।
सन्त पापा ने कहा कि मसीह में बने रहना हमें एक परिवार, भाई और समान गरिमा वाला बनाता है और इस परिवार का पोषण रविवारीय ख्रीस्तयाग में एक साथ यूखारिस्त रूपी सामूहिक भोज में सहभागी बनकर होता है। उन्होंने कहा कि हम एक शरीर हैं, क्योंकि हम एक ही रोटी खाते हैं, यह वह आध्यात्मिक भोजन है जो सभी को समान रूप से दिया जाता है, और हमें ईश्वर और भाइयों के साथ एकता में रहने की अनुमति देता है।
आशा का कारण
सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि पवित्र आत्मा की यह शक्ति हमें ईश्वर के प्रेम का साधन बनने की ओर ले जाती है जो बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों तक पहुंचना चाहता है। अस्तु, उन्होंने कहा, "इस पवित्र वर्ष में मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ क्योंकि आप उन अनेक लोगों के लिए आशा का कारण हैं जो पीड़ित और हतोत्साहित हैं, जो आपके कार्यों के माध्यम से यह महसूस करते हैं कि ईश्वर उनसे प्रेम करते और उनके दुःख में उन्हें सांत्वना देते हैं।"
अन्त में सभी सदस्यों को अपना आशीर्वाद देते हुए उन्होंने कहा, येसु की आशीष आप पर रहे और पवित्र कुँवारी मरियम आपकी रक्षा करें। अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सन्त पापा ने भी उनके लिये प्रार्थना करते रहने का आश्वासन दिया।
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