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वाटिकन सिटी में विश्वासी देवदूत प्रार्थना में भाग लेते वाटिकन सिटी में विश्वासी देवदूत प्रार्थना में भाग लेते  (ANSA)

पोप की शांति हेतु अपील, युद्धग्रस्त क्षेत्रों के बच्चों की सुरक्षा का आह्वान

देवदूत प्रार्थना के उपरांत सम्बोधित करते हुए पोप फ्राँसिस ने विश्वभर में शांति के लिए अपनी अपील दोहराई तथा संघर्षवाले क्षेत्रों, विशेषकर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी प्रांतों में बच्चों की सुरक्षा का आह्वान किया।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, रविवार, 2 फरवरी 2025 (रेई) : सोमवार को वाटिकन में बच्चों के अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसका शीर्षक है "उन्हें प्यार करो और उनकी रक्षा करो", संत पापा ने सम्मेलन के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “मुझे इसका प्रचार करने का सौभाग्य मिला है और जिसमें मैं भाग लूँगा। यह छोटे बच्चों के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण सवालों को दुनिया के ध्यान के केंद्र में लाने का एक अनूठा अवसर है। मैं आपको इसकी सफलता के लिए प्रार्थना में शामिल होने हेतु आमंत्रित करता हूँ।”

और मानव जीवन के प्राथमिक मूल्य के संबंध में, संत पापा ने कहा, “मैं युद्ध के लिए "नहीं" दोहराता हूँ, जो नष्ट कर देता है; युद्ध सब कुछ नष्ट कर देता है, यह जीवन को नष्ट करता है और हमें इसे अनदेखा करने के लिए प्रेरित करता है। और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि युद्ध हमेशा हार का कारण बनता है।”

ख्रीस्तीय सरकारों से पोप की अपील

संत पापा ने सरकारों से खासकर, ख्रीस्तीय सरकारों से अपील करते हुए कहा, “इस जयंती वर्ष में, मैं अपनी अपील को दोहराता हूँ, विशेषकर ख्रीस्तीय सरकारों से, कि वे सभी चल रहे संघर्षों को समाप्त करने के लिए बातचीत हेतु पूरा प्रयास करें।” तत्पश्चात् विश्वासियों को शांति हेतु प्रार्थना करने का आह्वान करते हुए कहा, आइए, हम पीड़ित यूक्रेन, फिलिस्तीन, इस्राएल, लेबनान, म्यांमार, सूडान और उत्तरी किवु में शांति के लिए प्रार्थना करें।”

जीवन दिवस में पोप का प्रोत्साहन

आज इटली में जीवन दिवस मनाया जा रहा है, जिसकी विषयवस्तु है, "जीवन का संचार, विश्व के लिए आशा।" संत पापा ने परिवारों में बच्चों के स्वागत को प्रोत्साहन देते हुए कहा, “मैं इतालवी धर्माध्यक्षों के साथ मिलकर उन परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जो जीवन के उपहार का उत्सुकता से स्वागत करते हैं और युवा दम्पतियों को प्रोत्साहित करता हूँ कि वे बच्चों को दुनिया में लाने से न डरें।” उन्होंने पचास वर्षों पुराने इतालवी जीवन आंदोलन के सदस्यों का अभिवादन किया।

भारत के ख्रीस्तीय को पोप का अभिवादन

उसके बाद संत पापा ने विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। उन्होंने कई अन्य देशों के साथ भारत के विश्वासियों का विशेष रूप से अभिवादन किया।

और अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।  

 

 

 

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02 फ़रवरी 2025, 15:32

दूत-संवाद की प्रार्थना एक ऐसी प्रार्थना है जिसको शरीरधारण के रहस्य की स्मृति में दिन में तीन बार की जाती है : सुबह 6.00 बजे, मध्याह्न एवं संध्या 6.00 बजे, और इस समय देवदूत प्रार्थना की घंटी बजायी जाती है। दूत-संवाद शब्द "प्रभु के दूत ने मरियम को संदेश दिया" से आता है जिसमें तीन छोटे पाठ होते हैं जो प्रभु येसु के शरीरधारण पर प्रकाश डालते हैं और साथ ही साथ तीन प्रणाम मरियम की विन्ती दुहरायी जाती है।

यह प्रार्थना संत पापा द्वारा रविवारों एवं महापर्वों के अवसरों पर संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में किया जाता है। देवदूत प्रार्थना के पूर्व संत पापा एक छोटा संदेश प्रस्तुत करते हैं जो उस दिन के पाठ पर आधारित होता है, जिसके बाद वे तीर्थयात्रियों का अभिवादन करते हैं। पास्का से लेकर पेंतेकोस्त तक देवदूत प्रार्थना के स्थान पर "स्वर्ग की रानी" प्रार्थना की जाती है जो येसु ख्रीस्त के पुनरूत्थान की यादगारी में की जाने वाली प्रार्थना है। इसके अंत में "पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो..." तीन बार की जाती है।

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