ईश सेवक फा. कोन्सटंट लीवन्स के छोटानागपुर आगमन का 137वाँ वर्षगाँठ
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
राँची, शनिवार, 26 मार्च 2022 (वीआर हिन्दी) ˸ ईश सेवक फादर कोन्सटंट लीवन्स ने 19 मार्च 1885 ई. को जमगाई गाँव में अपना पहला कदम रखा था और छोटानागपुर के लोगों के बीच अपनी प्रेरिताई शुरू की थी। उन्होंने अपना सारा जीवन ख्रीस्त की ज्योति जलाने तथा गरीबों एवं कमजोर लोगों की जमीनों की रक्षा करने में व्यतीत किया था। उनकी यादगारी में हर साल लीवन्स डे मनाया जाता है।
20 मार्च को धर्मविधि की शुरूआत घुठिया स्थित मरिया ग्रोटो के पास अतिथियों के स्वागत एवं रोजरी माला विन्ती के जुलूस के साथ हुई। पवित्र मिस्सा के आरम्भ में मशाल प्रज्वलन के पश्चात् फादर रोशन तिड़ू ने फादर कोन्सटंट लीबंस की संक्षिप्त जीवनी प्रस्तुत की। परमप्रसाद के बाद ईश सेवक फादर कोन्सटंट लीवन्स की धन्य घोषणा हेतु प्रार्थना की गई।
ख्रीस्तयाग के मुख्य अनुष्ठाता राँची के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो येसु समाजी ने अपने संदेश में कहा कि फादर लीवन्स ने विश्वास का जो बीज 136 साल पहले बोया था उसे हमें आगे बढ़ाना है और उसे जीने का प्रयत्न करना है। उन्होंने हमारे पूर्वजों को जमीनदारों के चंगुलों से छुड़ाने एवं सी.एन.टी और एस.पी. टी एक्ट को लागू कराने में भी अहम भूमिका निभायी थी। महाधर्माध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि हम अपने बच्चों को परिवार में अच्छा संस्कार दें।
राँची प्रोविंस के जेस्विट प्रोविंशल फादर अजीत खेस्स एस.जे ने मिस्सा के दौरान प्रवचन में कहा कि हमें बुरी चीजों से हमेशा बचते रहना चाहिए। हम फादर लीवन्स के प्रति कृतज्ञ हैं और यह कृतज्ञता तभी साकार होगी जब हम उनके द्वारा जलायी गई ज्योति को अपने परिवार, समाज एवं देश में जलते हुए पायेंगे।
राँची के सहायक धर्माध्यक्ष थेओदोर मसकरेन्स एस.एफ.एक्स ने फादर कोन्सटंट लीवन्स, फादर हेरमन रसकट एवं सिस्टर बेर्नादेत्त किसपोट्टा की संत घोषणा प्रक्रिया की जानकारी दी और सभी से आग्रह किया कि उनके संत घोषणा के लिए प्रत्येक परिवार एवं पल्ली में प्रार्थना की जाए।
उप-पोस्टुलेटर फादर ओरल ब्रिस येसु समाजी ने भी फादर कोन्सटंट लीबंस की धन्य घोषणा की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। पवित्र मिस्सा के तुरन्त बाद गिरजाघर निर्माण स्थल की आशीष की धर्मविधि सम्पन्न की गई।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि थे झारखंड प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष श्री बंधु तिरकी तथा खिजरी विधानसभा के विधायक श्री राजेश कच्छप।
श्री बंधु तिरकी ने अपने संदेश में कहा कि बीते वर्षों में कोविड-19 महामारी के समय राँची महाधर्मप्रांत के दोनों धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मबहनों, माता-पिताओं एवं युवाओं ने दिल से जरूरतमंद लोगों की सहायता की। फादर लीबंस ने हमें जो शिक्षा दी है उसे जीना और सबके विकास एवं कल्याण के लिए काम करना है।
तत्पश्चात् सभी अतिथियों एवं धर्मसमाजों के प्रतिनिधियों को शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर संत अन्ना की पुत्रियाँ, उर्सुलाईन की धर्मबहनें, हुलहुण्डू के पल्ली पुरोहित फादर हुबेर्तुस बेक, काथलिक सभा के सभापति राजन तिरू, प्रचारक साइमन तिरू, अनिमा, सि. एमरेंसिया और भारी संख्या में विभिन्न धर्मसमाजों के पुरोहित, धर्मबंधु, धर्मबहनें और हजारों की संख्या में विश्वासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन प्रीति भोज से किया गया।
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